फतह सागर पाल पर 108 दीपों से हुई महाआरती

– एक शाम धर्म के नाम भक्ति संध्या का आयोजन

–  दिगम्बर समाज के दसलक्षण पर्यूषण महापर्व कल से 

– आप किसी का रास्ता रोकोगे तो आपकी जिंदगी का भी रास्ता रूक जाएगा : आचार्य कुशाग्रनंदी

उदयपुर, 29 अगस्त। पायड़ा स्थित पद्मप्रभु दिगम्बर जैन मंदिर में देवश्रमण आचार्य कुशाग्रनंदी महाराज, मुनि अजयदेव व भट्टारक देवेंद्र विजय, ब्रम्हचारिणी आराधना दीदी व अमृता दीदी संघ के सानिध्य में सकल दिगम्बर जैन समाज पायड़ा में 12 हवन कुण्ड मेें आहुतियांए दी गई। प्रचार संयोजक संजय गुडलिया, दीपक चिबोडिया ने बताया कि रविपुष्य सिद्धि योग के तहत फतहसागर पाल पर शाम 7 बजे 108 दीपक से महा आरती और कल्याण मंदिर स्तोत्र का सामूहिक का आयोजन किया गया। इस दौरान एक शाम धर्म के नाम भक्ति संध्या का आयोजन भी किया गया।

आगामी 31 अगस्त से 9 सितंबर तक पर्वराज दसलक्षण पर्युषण महापर्व धूमधाम से पायड़ा स्थित पद्मप्रभु दिगम्बर जैन मंदिर में आचार्य संघ के सानिध्य में मनाया जाएगा।  पर्युषण पर्व के दौरानप ध्यान शिविर, श्रीजी पर अभिषेक शांतिधारा एवं पूजा तथा आचार्य के प्रवचन, सामायिक, प्रतिक्रमण तथा आरती एवं भक्ति तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन होगें।

इस दौरान आयोजित धर्मसभा में आचार्य कुशाग्रनंदी महाराज ने कहा कि उन्होंने कहा कि अभिहया का पाप करने वालों की जिंदगी में टांग खींचने वाले ज्यादा और मदद करने वाले कम होते है। अभिहया का मतलब किसी का रास्ता रोका हो तो वह आपकी जिंदगी में रास्ता रोकने जरूर आएगा। आप चाहते हो हर कोई आपका मददगार बने तो दूसरों के रास्ते रोकना बंद करो। जो अपने आपको समाज का सर्वेसर्वा समझते है वह दूसरों की बढ़ती देख परेशान हो जाते है। ऐसे के जीवन में साता देने वाले कम सताने वाले ज्यादा आते है। राम को जंगल में भी सहयोग करने वाले मिल गए और हमने अभिहया का पाप किया तो घर में भी टांग खीचने वाले है।

By Udaipurviews

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