कुपोषण एक गंभीर समस्या: उप खण्ड अधिकारी-पोषण पर घासा में विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

 उदयपुर 23 सितम्बर 2022 देश में कुपोषण एक गंभीर समस्या है इस समस्या को कम करनें के लिए हमें अपने खानपान में बदलाव लाने की आवश्यकता है यह बात केन्द्रीय संचार ब्यूरो, सूचना एवं प्रसारण मन्त्रालय, भारत सरकार, उदयपुर एवं महिला एवं बाल विकास मन्त्रालय, भारत सरकार के संयुक्त तत्वावधान मे उदयपुर जिले की मावली पंचायत समिति की घासा ग्राम पंचायत के हनुमान पार्क में पोषण माह के अन्तर्गत आज पोषण पर आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में बोलते हुए उपखण्ड अधिकारी कपिल कुमार कोठारी नें कही। उन्होनें कहा कि कुपोषण की रोकथाम करनें के लिए महिला बाल विकास विभाग की आंगवाड़ी कार्यकर्ता, आशा सहयोगनियां अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा कर ग्रामीण लोगों को जागरूक कर सकती है। उन्होनें कहा कि देश में कुपोषण की समस्या की अहम वजह जल्दी शादी करना एवं जल्दी बच्चे पैदा करना भी है। इसलिए हमें बाल विवाह की रोकथाम के उपाय भी करनें होंगें। उन्होनें कहा कि इस समस्या से निपटनें के लिए सरकार के साथ -साथ आमजन को भी अपनी भागीदारी निभानी होगी तभी इस समस्या को हम कम कर सकेंगें। उन्होने इस समस्या से निपटनें के लिए हर व्यक्ति को अपने घर परिवार में महिलाओं को संतुलित एवं पोष्टिक आहार देने की शुारूआत अपने घर से करनें की अपील की।

इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग की महिला पर्यवेक्षक रेखा देवड़ा नें कहा कि पोषण अभियान महिला एवं बाल विकास विभाग का एक प्रमुख कार्यक्रम है। इस मिशन का उददेश्य शुरू होनें के अगले तीन वर्षो के दौरान 0.6 , किशारियों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान करानें वाली माताओं से बच्चो की पोषण स्थिती में सुधार करना है। उन्होने कहा की राष्ट्रीय पोषण मिशन जिसकी शुरुआत 8 मार्च 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा राजस्थान के झुंझुनू जिले से की गई इसका मोटो है सही पोषण देश रोशन उद्देश्य बच्चों के ठिगनेपन को कम करना ,कुपोषण को मिटाना बच्चों महिलाओं एवं किशोरियों में एनीमिया की समस्या में कमी लाना नवजात शिशु के जन्म के समय के वजन को बढ़ाना।

 कार्यक्रम के प्रारम्भ में केन्द्रीय संचार ब्यूरो के सहायक निदेशक रामेश्वर लाल मीणा नें सभी का स्वागत करते हुए पोषण अभियान पर आयोजित कार्यक्रम के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी।  उन्होने बताया की आज भी भारत में 38 प्रतिशत बच्चे कुपोषित एवं 54 प्रतिशत किशोरिया एनीमिया ग्रस्त है जिसकी वजह से वह अपना बचपन व जीवन पूरी क्षमता से नहीं जी पाते हैं । अतः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने देश के सबसे बड़े न्यूट्रिशन मिशन की शुरुआत  का लक्ष्य है 2024 तक कुपोषण दर की घटाकर 38 प्रतिशत से 25 प्रतिशत तक ले जाना है लेकिन लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आमजन की भागीदारी आवश्यक है।

इस अवसर पर मुख्य ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी डा0 मनोहर सिंह यादव एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की चिकित्सा अधिकारी डॉ0 विशाखा पिछौलिया नें स्वास्थ्य विभाग द्वारा कुपोषण की रोकथाम करनें के लिए चलाई जा रही योजनाओं के बारे में बताया। उन्होनें संतुलित एवं पोष्टिक आहार लेनें, समय पर टीके लगवानें के साथ ही खून की कमी को दूर करनें के लिए आयरन फोलिक ऐसिड की टेबलेट के उपयोग की सलाह दी। उन्होनें इस अवसर पर केन्द्र एवं राज्य सरकार की स्वास्थ्य योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना एक महत्वपूर्ण योजना है  इसका सभी को लाभ उठाना चाहिए ।

कार्यक्रम में नायब तहसीलदार दयाराम सुथार, राजकीय उच्च माध्यमिक विधालय पी.ई.ओ तब्तसुम खंान राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विधालय घासा की प्रधानाचार्या ईरा सोनी तथा ग्राम पंचायत घासा के सरपंच गोवर्धन लाल सालवी तथा पोषण अभियान की ब्लाक कार्डिनेटर ऋतु कुंवर राठौड नें भी विचार वयक्त किए।  इस अवसर पर पूर्व प्रचार के दौरान आयोजित महिलाओं के बीच रंगोली, पोष्टिक व्यंजन, स्वस्थ शिशु एवं स्वस्थ गर्भवती मां प्रतियोगिता तथा मौखिक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के विजेताओं को विभाग की और से अतिथियों द्वारा पुरूस्कार देकर सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य जांच शिविर का भी आयोजन किया गया। इस अवसर पर पंचायत समिति सदस्य मोनिका साल्वी तथा महिला पर्यवेक्षक रजनी झाला , आशा कोर्डीनेटर तरूणा मेघवाल सहित घासा एवं खेमली सेक्टर की महिला कार्यकर्ता ,आशा सहयोगनी , राजकीय उच्च माध्यमिक विधालय एवं राजकीय बालिका उच्च माध्मिक विधालय के की छात्राओ  ,एनएसएस की छात्राओं  के अलावा ग्रामीण महिला पुरूष ने बढी संख्या में भाग लिया।

By Udaipurviews

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