मात्र 22 दिनों में 18300 से अधिक लोगों ने भरे नेत्रदान संकल्प पत्र
उदयपुर. तेरापंथ धर्म संघ के ग्यारहवें आचार्य महाश्रमण की आध्यात्मिक प्रेरणा से अभातेयुप अपने सेवा- संस्कार- संगठन जैसे त्रिआयामी उद्देश्यों की पूर्ति करते हुए सेवारत है।
अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद् के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेश डागा ने सेवा के महनीय उपक्रम “नेत्रदान” की विस्तरित जानकारी देते हुए बताया कि अभातेयुप द्वारा नेत्रदान के क्षेत्र में पूरे भारत और नेपाल में अपनी 363 शाखा परिषदों के माध्यम से अब तक 1850 से भी ज्यादा लोगों का मृत्युपरांत नेत्रदान करवाया जा चुका है। विदित हो एक व्यक्ति के नेत्रदान से अधीकत्म चार अंधकारमय जीवन रोशन हो सकते हैं। अभातेयुप के महामंत्री श्री अमित नाहटा ने इस अभियान में स्थानीय शाखा परिषद् की जागरूकता व परिवारजनों की उत्कृष्ट भावना के प्रति साधुवाद प्रकट किया और लोगों को अभातेयुप के इस अभियान में सहयोग का आह्वान किया।
अभातेयुप के 60 साल पूरे होने पर नेत्रदान के क्षेत्र में विशेष अभियान चलाया गया। अभातेयुप षष्ठीपूर्ति के राष्ट्रीय संयोजक एवं अभातेयुप उपाध्यक्ष पवन मांडोत ने बताया कि पूरे देश और नेपाल की 363 शाखा परिषद् के माध्यम से लगातार 22 दिनों तक नेत्रदान पर “विजन फॉर विजन लेस” नामक अभियान चलाया गया जिसके अंतर्गत देश और नेपाल के कई हिस्सों में नेत्रदान जागरूकता हेतु सेमिनार रैली, संकल्प पत्र, मोटिवेशनल वीडियो, आदि माध्यमों से जनमानस में जागरूकता फैलाई गई। लगभग 18300 से भी अधिक लोगो ने मरणोरांत नेत्रदान की भावना जताते हुए संकल्प पत्र अपनी सहमति से भरे। इस महनीय कार्य में नेत्रदान के राष्ट्रीय प्रभारी सुनील कुमार जैन (दुगड़), सह प्रभारी कमलेश भंसाली, कोमल डागा, कैलाश जैन और जोनल इंचार्ज एवं राज्य प्रभारी के माध्यम से पूरे देश और नेपाल की शाखाओं से संपर्क कार्य कर इस कार्य को गति प्रदान कर रही है।
तेयुप उदयपुर के अध्यक्ष भूपेश खमेसरा ने नेत्रदान से जुड़ी कई भ्रांतियां मिटाई नेत्रदान किसी भी उम्र के व्यक्ति का हो सकता है। मृत्युपरांत छह से आठ घंटे के भीतर आई बैंक की मदद से यह कार्य संपादित करवाना होता है।
अभातेयुप षष्ठी पूर्ति के अंतर्गत हमारे क्षेत्र में जागरूकता रैली/सेमिनार/संकल्प पत्र आदि का आयोजन किया गया।परिषद् मंत्री साजन मांडोत ने बताया कि अब तक